सॉफ्टवेयर बग | software bug | jabardast kahani

Rate this post

सॉफ्टवेयर बग (jabardast kahani):

यह कहानी (jabardast kahani) विकास की है, जिसने अपनी सूझ-बूझ से, अपने भविष्य को बर्बाद होने से बचा लिया था | सॉफ्टवेयर बग ( software bug ) कंप्यूटर की भाषा में, एक तरह का वायरस है, जिसकी वजह से विकास, आज मल्टीनेशनल कंपनी का CEO बन चुका है | बात चार साल पहले की है, जब विकास ने अपने कॉलेज में कंप्यूटर साइंस के कोर्स में, दाख़िला लिया था | विकास बहुत ही होनहार छात्र था | उसे कंप्यूटर में बड़ी दिलचस्पी थी | शुरुआती दिनों में विकास, ज़्यादातर समय कम्प्यूटर के सामने ही बिताता था | उसके साथ पढ़ने वाले कई छात्र, उसे अपने साथ घूमने फिरने को कहते थे, लेकिन वह अपने कंप्यूटर से ही चिपका रहता था | विकास अपनी कक्षा में भी सबसे योग्य छात्र कहलाता था और इस बात से विकास के शिक्षक, उसे बहुत पसंद करते थे | पिछले कई दिनों से विकास, कंप्यूटर की मदद से, एक प्रोग्राम तैयार करने में लगा था | यह प्रोग्राम अपने आप में अनोखा था, क्योंकि सोशल मीडिया की सारी खूबियाँ होने के साथ साथ, व्यक्तिगत सूचना सुरक्षा भी, इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य था | विकास ने लगभग, सब कुछ बना लिया था, लेकिन अब वह अपने प्रोग्राम की सुरक्षा को लेकर चिंतित था | उसे पता था, अगर कोई चीज़ इतने बड़े स्तर पर प्रकाशित होगी तो, उसका सुरक्षा घेरा भी मज़बूत होना चाहिए | तभी विकास तय करता है कि, वह अपने कंप्यूटर के शिक्षकों को, यह प्रोग्राम दिखाएगा | वह एक दिन समय से पूर्व, कॉलेज पहुँच जाता है और कंप्यूटर लैब में जाकर, अपना प्रोग्राम, सभी कंप्यूटरों में इंस्टॉल कर देता है |

jabardast kahani
Image by StockSnap from Pixabay

जैसे जैसे शिक्षक आते हैं और वह कम्प्यूटर के सामने बैठकर स्क्रीन देखते हैं तो, उनके चेहरे के हाव भाव बदल जाते हैं | शिक्षकों को अपने बारे में सारी जानकारी सामने दिख रही थी और सारे शिक्षकों के आने के बाद, विकास अपनी जगह मैं खड़ा होकर, अपने प्रोग्राम के बारे में बताना प्रारंभ कर देता है और धीरे धीरे वहाँ मौजूद सभी, यह देखकर दंग हो जाते हैं कि, जो काम बड़ी बड़ी सॉफ़्टवेयर कंपनियां नहीं कर सकी, वह विकास ने कैसे कर लिया | सभी शिक्षक विकास को सलाह देते हैं कि, तुम है कि तुम्हें किसी बड़ी कंपनी को ईमेल लिखना चाहिए | वह तुम्हें ज़रूर मार्गदर्शन दे सकते हैं | विकास इंटरनेट की मदद से पता लगाता है कि, विश्व में कई ऐसी बड़ी कम्पनियां हैं, जिन्हें इस तरह के प्रोग्राम में महारत हासिल है और वह पहले भी, कई ऐसे प्रोग्राम्स पर काम कर रहे हैं | विकास कुछ कंपनियों को, अपने प्रोग्राम की जानकारी भेज देता है और अपने शिक्षकों के साथ मिलकर, प्रोग्राम की सुरक्षा के लिए, एक सॉफ्टवेयर बग तैयार करता है और अपने प्रोग्राम में उसे असेंबल कर लेता है | कुछ दिनों बाद एक बहुत बड़ी सॉफ़्टवेयर कंपनी की तरफ़ से, विकास को ईमेल आता है | ईमेल पढ़ते ही विकास की ख़ुशी का ठिकाना नहीं होता क्योंकि, विकास का बनाया प्रोग्राम कम्पनी को बहुत पसंद आया था और वह उसे लॉन्च करने को भी मान गए थे और साथ ही साथ उसका ख़र्चा उठाने के लिए भी तैयार थे | विकास को कंपनी के कॉर्पोरेट ऑफ़िस, बुलाया जाता है | विकास को, अपना सपना पूरा होता हुआ, दिखाई दे रहा था | उसे यक़ीन होने लगा था कि, अब उसकी सफलता की राह आसान हो जाएगी | वह अपने प्रोग्राम के साथ कंपनी के कॉर्पोरेट ऑफ़िस पहुँच जाता है | कॉर्पोरेट ऑफ़िस में विकास की, कई घंटों तक मीटिंग चलती है और अंत में कंपनी, विकास के सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम को, लेने के लिए मना कर देती है | यह बात सुनते ही विकास, निराश हो जाता है और उसके सपने टूटकर बिखर जाते हैं |

सॉफ्टवेयर बग
Image by Lukas Bieri from Pixabay

विकास को, अपने प्रोग्राम में कोई कमी नहीं लग रही थी, लेकिन फिर भी कंपनी को, उसका प्रोग्राम पसंद नहीं आया था, यह बात विकास को खाए जा रही थी | विकास अपने परीक्षाओं की, तैयारी में जुट जाता है | एक दिन विकास, इंटरनेट पर सर्फिंग कर रहा होता है और अचानक उसे, अपनी ही तरह बनाया हुआ कंप्यूटर प्रोग्राम नज़र आता है और जब वह उसके ऑनर के बारे में जानकारी लेता है तो, वही कंपनी ऑनर होता है, जिसने विकास को, अपने कॉर्पोरेट ऑफ़िस बुलाया था | विकास को सारी बात समझ में आ जाती है | वह भागते हुए, अपने शिक्षकों के पास जाता है और उनसे कहता है कि, इन्होंने मेरा प्रोग्राम चोरी कर लिया | शिक्षकों को कुछ समझ में नहीं आता कि, इस स्थिति में क्या किया जाए क्योंकि, विकास का प्रोग्राम कहीं पेटेंट नहीं करवाया गया था और न ही, ऐसे कोई दस्तावेज़ थे, जिनसे यह साबित किया जा सके कि, यह प्रोग्राम विकास ने ही लिखा है | तभी विकास को अचानक याद आता है कि, उसने एक सॉफ्टवेयर बग तैयार किया था, जिसके बारे में कंपनी को कोई जानकारी नहीं दी थी | विकास, अपने कंप्यूटर की मदद से, कंपनी के प्रोग्राम में अपना सॉफ्टवेयर बग इंस्टाल कर लेता है और कुछ ही घंटों के अंदर, कंपनी की साइट डाउन होने लगती है | कंपनी ने इस प्रोग्राम की वजह से, मार्केट से बहुत सारी फंडिंग ली होती है और यदि यह प्रोग्राम बंद हो गया तो, कंपनी को बहुत बड़ा नुक़सान होगा और शायद कंपनी दिवालिया भी हो सकती है | कुछ ही घंटों के अंदर कम्पनी के सॉफ़्टवेयर इंजीनियर, विकास के पास, आकर मदद माँगते हैं, लेकिन विकास अपना बदला लेना चाहता था | वह उन्हें साफ़ मना कर देता है कि, मैं आपकी कोई मदद नहीं कर सकता | आप सब यहाँ से चले जाइए | जैसे ही यह बात कम्पनी ऑनर को पता चलती है, वह विकास के पास पहुँच जाता है और अपनी कंपनी को बचाने की गुहार लगाता है | वह विकास को अपनी कंपनी का CEO बनने का आमंत्रण देता है | विकास को खोई हुई सफलता मिल चुकी थी |

safalta ki kahani
Image by Tumisu from Pixabay

वह कंपनी के सी ई ओ पद के लिए रजामंदी दे देता है और सारी काग़ज़ी कार्रवाई के साथ, कंपनी का सी ई ओ बन जाता है और कुछ ही घंटों के अंदर, वह कंपनी की वेबसाइट से, अपना सॉफ्टवेयर बग ( software bug ) हटा लेता है और धीरे धीरे प्रोग्राम, फिर से सही तरीक़े से चलने लगता है | विकास ने अपनी अक्लमंद और सूझ-बूझ से अपना मुक़ाम हासिल कर लिया था और इसी के साथ यह प्रेरणादायक कहानी समाप्त हो जाती है |

Click for भूत की कहानी
चौकीदार | chowkidar | struggle story

 

 

Leave a Comment